Best Sarson Ka Saag Recipe | सरसों का साग रेसिपी: एक पारंपरिक पंजाबी स्वाद 2024 | How To Make Sarson Ka Saag At Home
Sarson Ka Saag : सरसों का साग की पारंपरिक पंजाबी रेसिपी। जानिए इसे बनाने की सरल विधि, सामग्री, और खाने के फायदे। घर पर स्वादिष्ट सरसों का साग कैसे बनाएं।
सरसों के साग का परिचय | Introduction of Sarson Ka Saag
Sarson Ka Saag एक प्रसिद्ध और पारंपरिक पंजाबी व्यंजन है, जिसे मुख्य रूप से सर्दियों में बनाया जाता है। इस व्यंजन का अद्वितीय स्वाद और पौष्टिकता इसे हर उम्र के लोगों के बीच लोकप्रिय बनाता है। सरसों का साग मकई की रोटी के साथ परोसा जाता है और इसे मक्खन या घी के साथ गार्निश किया जाता है। यह रेसिपी न केवल स्वाद में अद्वितीय है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है।
विषय सूची
- सरसों का साग क्या है?
- सरसों के साग का इतिहास और महत्व
- सरसों के साग के स्वास्थ्य लाभ
- आवश्यक सामग्री
- साग के लिए
- तड़के के लिए
- सरसों का साग बनाने की विधि
- साग की तैयारी
- साग को पकाना
- तड़का लगाना
- सरसों का साग पकाने के तरीके
- पारंपरिक पद्धति
- प्रेशर कुकर में
- इंस्टेंट पॉट में
- परफेक्ट सरसों का साग बनाने के टिप्स
- परोसने के सुझाव
- पोषण संबंधी जानकारी
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- निष्कर्ष
1. सरसों का साग क्या है?
सरसों का साग एक लोकप्रिय उत्तर भारतीय व्यंजन है, जो सरसों, पालक, बथुआ और मेथी के पत्तों से बनाया जाता है। यह एक गाढ़ी और पौष्टिक डिश है, जिसे मक्के की रोटी के साथ परोसा जाता है। इसका स्वाद खासतौर पर सरसों के पत्तों की हल्की कड़वाहट और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ मिलकर अद्वितीय होता है।
2. सरसों के साग का इतिहास और महत्व
सरसों का साग पंजाब और उत्तरी भारत के अन्य हिस्सों में विशेष महत्व रखता है। यह व्यंजन विशेष रूप से सर्दियों में बनाया जाता है जब सरसों और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां आसानी से उपलब्ध होती हैं। यह डिश न केवल पौष्टिक है बल्कि इसे बनाने की प्रक्रिया भी समुदाय और परिवार को एक साथ लाती है।
3. सरसों के साग के स्वास्थ्य लाभ
सरसों का साग कई स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होता है। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर, विटामिन K, A, और C, और आयरन होता है। यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, और हड्डियों को स्वस्थ रखता है। पालक और बथुआ के पत्तों के साथ मिलकर यह साग और भी पौष्टिक हो जाता है।
4. आवश्यक सामग्री
साग के लिए:
- 500 ग्राम सरसों के पत्ते
- 250 ग्राम पालक के पत्ते
- 250 ग्राम बथुआ के पत्ते
- 50 ग्राम मेथी के पत्ते
- 2-3 हरी मिर्च
- 2 इंच अदरक का टुकड़ा
- 4-5 लहसुन की कलियाँ
- 2 बड़े चम्मच मक्के का आटा
- नमक स्वादानुसार
- पानी आवश्यकतानुसार
तड़के के लिए:
- 2 बड़े चम्मच घी या मक्खन
- 1 बड़ा प्याज (बारीक कटा हुआ)
- 2 टमाटर (बारीक कटे हुए)
- 1 चम्मच जीरा
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 1 चम्मच धनिया पाउडर
- 1 चुटकी हींग
- 2-3 लहसुन की कलियाँ (कटी हुई)
- हरी धनिया पत्ते (गार्निश के लिए)
5. सरसों का साग बनाने की विधि
साग की तैयारी
- साग की सफाई: सरसों, पालक, बथुआ और मेथी के पत्तों को अच्छी तरह से धो लें और मोटे तनों को हटा दें।
- काटना: सभी पत्तों को मोटा-मोटा काट लें।
- हरी मिर्च और अदरक: हरी मिर्च, अदरक और लहसुन को बारीक काट लें।
साग को पकाना
- पत्तों को उबालें: एक बड़े पतीले में सभी पत्तों को डालें और पर्याप्त पानी डालकर उबालें। इसमें हरी मिर्च, अदरक और लहसुन भी डालें।
- मंद आंच पर पकाएं: पत्तों को धीमी आंच पर 30-40 मिनट तक पकने दें, ताकि वे पूरी तरह से नरम हो जाएं।
- प्यूरी बनाएं: पके हुए पत्तों को ठंडा होने दें और फिर मिक्सर में दरदरा पीस लें।
- मक्के का आटा मिलाएं: पिसे हुए साग में मक्के का आटा मिलाएं और एक बार फिर से 10-15 मिनट तक पकाएं ताकि साग गाढ़ा हो जाए।
तड़का लगाना
- घी गरम करें: एक कढ़ाई में घी या मक्खन गरम करें।
- जीरा और हींग: गरम घी में जीरा और हींग डालें।
- प्याज भूनें: बारीक कटा प्याज डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
- लहसुन: कटे हुए लहसुन डालें और खुशबू आने तक भूनें।
- टमाटर और मसाले: कटे हुए टमाटर, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, और धनिया पाउडर डालकर टमाटर नरम होने तक पकाएं।
- साग मिलाएं: पकी हुई साग की प्यूरी को तड़के में डालकर अच्छी तरह मिलाएं और 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें।
6. सरसों का साग पकाने के तरीके
पारंपरिक पद्धति
- धैर्य: सरसों का साग धीमी आंच पर लंबे समय तक पकाने से स्वाद और पौष्टिकता में बढ़ोतरी होती है।
- ध्यान: नियमित अंतराल पर साग को चलाते रहें ताकि वह कढ़ाई के तले में न लगे।
प्रेशर कुकर में
- सामग्री डालें: प्रेशर कुकर में सारी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, हरी मिर्च, अदरक, और लहसुन डालें।
- प्रेशर कुक: 2-3 सीटी आने तक प्रेशर कुक करें।
- प्यूरी बनाएं: कुकर के ठंडा होने के बाद सब्जियों को प्यूरी कर लें और मक्के का आटा मिलाकर फिर से 10-15 मिनट तक पकाएं।
इंस्टेंट पॉट में
- सॉटे मोड: इंस्टेंट पॉट को सॉटे मोड पर सेट करें और घी गरम करें।
- सामग्री डालें: सभी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, हरी मिर्च, अदरक, और लहसुन डालकर 5 मिनट तक भूनें।
- प्रेशर कुक: प्रेशर कुक मोड पर सेट करें और 10 मिनट तक पकाएं।
- प्यूरी बनाएं: सब्जियों को प्यूरी कर लें और मक्के का आटा मिलाकर फिर से 10 मिनट तक पकाएं।
7. परफेक्ट सरसों का साग बनाने के टिप्स
- धैर्यपूर्वक पकाएं: साग को धीमी आंच पर लंबे समय तक पकाने से इसका स्वाद बढ़ता है।
- मक्के का आटा: मक्के का आटा साग को गाढ़ा और स्वादिष्ट बनाता है।
- सभी हरी पत्तेदार सब्जियाँ: केवल सरसों नहीं, बल्कि पालक, बथुआ और मेथी के पत्ते मिलाने से स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ती है।
- तड़का: तड़के में घी या मक्खन का उपयोग करें ताकि साग का स्वाद और भी बढ़ जाए।
8. परोसने के सुझाव
सरसों का साग को पारंपरिक रूप से मक्के की रोटी के साथ परोसा जाता है। इसे मक्खन या घी के साथ गार्निश करें और हरी मिर्च और प्याज के साथ परोसें। इसके साथ छाछ या लस्सी का आनंद भी लिया जा सकता है।
9. पोषण संबंधी जानकारी
सरसों का साग पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। यहाँ एक सर्विंग (लगभग 1 कप) सरसों का साग की सामान्य पोषण जानकारी दी गई है:
- कैलोरी: 150-200 किलो कैलोरी
- प्रोटीन: 5-7 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट: 10-15 ग्राम
- फाइबर: 4-5 ग्राम
- वसा: 10-12 ग्राम
- विटामिन A: 80-90% दैनिक आवश्यकता
- विटामिन C: 40-50% दैनिक आवश्यकता
- आयरन: 20-25% दैनिक आवश्यकता
नोट: पोषण मूल्य उपयोग की गई विशिष्ट सामग्री और मात्रा के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।
10. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: क्या मैं साग को फ्रीज कर सकता हूँ?
हाँ, आप सरसों का साग को फ्रीज कर सकते हैं। इसे पूरी तरह ठंडा होने दें, फिर एयरटाइट कंटेनर में भरकर फ्रीज करें। यह 2-3 महीने तक ताज़ा रहता है।
प्रश्न 2: क्या मैं बथुआ नहीं मिलने पर कुछ और उपयोग कर सकता हूँ?
हाँ, अगर बथुआ नहीं मिल रहा है तो आप केवल सरसों, पालक और मेथी का उपयोग कर सकते हैं। बथुआ स्वाद को बढ़ाने का काम करता है लेकिन यह अनिवार्य नहीं है।
प्रश्न 3: सरसों के साग को कितना समय पकाना चाहिए?
पारंपरिक पद्धति में सरसों का साग को लगभग 1-2 घंटे धीमी आंच पर पकाना चाहिए ताकि सभी पत्तियाँ अच्छी तरह से नरम हो जाएं और उनका स्वाद एक साथ मिल जाए।
प्रश्न 4: क्या सरसों का साग और मक्के की रोटी ग्लूटेन-फ्री होती है?
हाँ, सरसों का साग और मक्के की रोटी दोनों ही ग्लूटेन-फ्री होते हैं, इसलिए यह ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
11. निष्कर्ष
सरसों का साग एक स्वादिष्ट, पौष्टिक और पारंपरिक पंजाबी व्यंजन है जो सर्दियों में विशेष रूप से पसंद किया जाता है। इसे बनाने में समय और धैर्य लगता है, लेकिन परिणामस्वरूप मिलने वाला स्वाद और स्वास्थ्य लाभ अकल्पनीय होता है। इस रेसिपी को अपने किचन में जरूर आजमाएं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस लाजवाब व्यंजन का आनंद लें।
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